आँसुओं की माप क्या है?
✒️
रोक लेता चीखकर
तुमको, मगर अहसास ऐसा,
ज़िंदगी की वादियों में
शोक का अधिवास कैसा?
नासमझ, अहसास मेरे
क्रंदनों के गीत गाते,
लालची इन चक्षुओं को
चाँद से मनमीत भाते।
ढूँढ़ता हूँ जाग कर
गहरी निशा की ख़ाक में,
वंदनों से झाँकता
अभिनंदनों के ताक में।
उत्तरोत्तर आज भी
चरितार्थ कितनी? बोलकर,
चित्त में गहरे छिपे
मनभाव को झकझोर कर।
ओ मेरे भटके बटोही
आज बस इतना बता दे,
काव्य में लथपथ पड़े
इन आँसुओं की माप क्या है?
✒️
रोक लेता चीखकर
तुमको, मगर अहसास ऐसा,
ज़िंदगी की वादियों में
शोक का अधिवास कैसा?
नासमझ, अहसास मेरे
क्रंदनों के गीत गाते,
लालची इन चक्षुओं को
चाँद से मनमीत भाते।
ढूँढ़ता हूँ जाग कर
गहरी निशा की ख़ाक में,
वंदनों से झाँकता
अभिनंदनों के ताक में।
उत्तरोत्तर आज भी
चरितार्थ कितनी? बोलकर,
चित्त में गहरे छिपे
मनभाव को झकझोर कर।
ओ मेरे भटके बटोही
आज बस इतना बता दे,
काव्य में लथपथ पड़े
इन आँसुओं की माप क्या है?
...“निश्छल”
वाह
ReplyDeleteनमन सर🙏🙏🙏
Deleteबहुत सुन्दर आदरणीय
ReplyDeleteसादर
सादर धन्यवाद मैम🙏🙏🙏
Deleteब्लॉग बुलेटिन की दिनांक 30/03/2019 की बुलेटिन, " सांसद का चुनाव और जेड प्लस सुरक्षा - ब्लॉग बुलेटिन “ , में आप की पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !
ReplyDeleteधन्यवाद "बलॉग बुलेटिन", सादर अभिवादन आदरणीय शिवम जी🙏🙏🙏
Deleteबहुत बढ़िया
ReplyDeleteजी धन्यवाद
Deleteबहुत सुंदर
ReplyDeleteनमन सर
Deleteजी नमस्ते,
ReplyDeleteआपकी लिखी रचना हमारे सोमवारीय विशेषांक
१ अप्रैल २०१९ के लिए साझा की गयी है
पांच लिंकों का आनंद पर...
आप भी सादर आमंत्रित हैं...धन्यवाद।
जी आभार
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ReplyDeleteधन्यवाद
Deleteबेजोड़ बेहतरीन हर बार की तरह निशब्द।
ReplyDeleteनमन दीदी
Deleteबहुत ही सुन्दर... लाजवाब रचना ।
ReplyDeleteसादर आभार मैम🙏🙏🙏
Deleteशानदार रचना
ReplyDeleteसधन्यवाद नमन मैम🙏🙏🙏
Deleteवाह! सुन्दर अभिव्यक्ति।
ReplyDeleteसादर नमन सर🙏🙏🙏
Deleteनिशब्द करते भाव प्रिय अमित --
ReplyDeleteलालची इन चक्षुओं को
चाँद से मनमीत भाते।!
बहुत ही भावपूर्ण प्रस्तुति| इन चाँद से मनमीत की बदौलत ही आंसूओं की दौलत मिलती है |काव्य में लथपथ हो यही तो अमर गीतों में ढलते हैं | पर ये प्रश्न निरुत्तर रहेगा --
ओ मेरे भटके बटोही
आज बस इतना बता दे,
काव्य में लथपथ पड़े
इन आँसुओं की माप क्या है?
जी दीदी सत्य वचन। बहुत दिनों के बाद आपको "मकरंद" पर देख कर अत्यंत आनंदानुभूति हो रही है। सादर नमन🙏🏻🙏🏻🙏🏻
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